|| किसी को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है? | गाली क्या होती है? | Which section is applicable for abusing someone? | गालियां कितने प्रकार की होती हैं? (How many types of abusing is there? ||
यार-दोस्तों के बीच गालियों का चलन बहुत आम बात है। इससे उनके बीच बेतकल्लुफी भी झलकती है। हमारे भारत देश में जहां शादी-विवाह के अवसर पर कुछ क्षेत्रों में गालियां देने की भी परंपरा रही हो, वहां इसे सामान्य रूप से बुरा भी समझा भी नहीं जाता। लेकिन कई बार यह होता है कि कुछ लोगों से हमारी नजदीकी नहीं होती, ऐसे में उनसे छोटी छोटी बातों पर उलझाव और गाली-गलौज बर्दाश्त नहीं होता। ऐसे में क्या करें? क्या कानून में इसके खिलाफ कोई प्रावधान है? यदि हां तो किसी को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है? आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको आपके दिमाग में उठने वाले तमाम सवालों का जवाब देंगे। आइए, शुरू करते हैं-
गाली क्या होती है?
दोस्तों, हम सभी ने अपने जीवन में कभी न कभी गाली अवश्य दी होगी। लेकिन यदि बात गाली के अर्थ की करें तो हम उससे परिचित नहीं होते। आइए, सबसे पहले जान लेते हैं कि गाली क्या होती है? मित्रों, यदि साधारण शब्दों में कहे तो गाली कुछ ऐसे अवांछनीय शब्दों अथवा दुर्वचनों को कहा जाता है, जो व्यक्ति गुस्से में अथवा किसी दूसरे व्यक्ति को नीचा दिखाने के लिए बोलता है। इसे अंग्रेजी में Abuse भी पुकारा जाता है। यद्यपि, इन दिनों सामान्य बोलचाल में भी हल्की-फुल्की गालियों के इस्तेमाल का चलन है। इसका गुस्से से अथवा किसी को नीचा दिखाना से कोई लेना देना नहीं होता।

क्या गाली किसी को केवल धमकाने के लिए दी जाती है? (Can one abuse only to threat the other one ?)
साथियों, यह तो आप जानते ही हैं कि शाब्दिक दुर्व्यवहार का सबसे बड़ा रूप गाली गलौज ही है। लेकिन यह कतई आवश्यक नहीं है कि इसे किसी को ठेस पहुंचाने अथवा धमकाने के लिए ही इस्तेमाल किया जाए। आजकल गाली तकरीबन हर किसी की बातों का हिस्सा है। इन दिनों ‘कूल’ दिखने के लिए भी लोग अपनी बातचीत में हल्की फुल्की गाली का इस्तेमाल करते हैं। दोस्तों, यारों में तो गालियों का चलन एकदम आम बात है।
गालियां कितने प्रकार की होती हैं? (How many types of abusing is there?)
दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि भारतीय समाज में सगे संबंधियों के बीच यौन संबंधों को सबसे बुरा माना जाता है। यहां तक कि इसे पाप व कलंक की संज्ञा दी गई है। यही वजह है कि किसी को बुरा कहने व नीचा दिखाने की नीयत से अधिकांश गालियां इसी के ऊपर बनी हैं। दोस्तों, आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि दुनिया भर में करीब 8,28,376 प्रकार की गालियां प्रचलित हैं। यदि भारत देश में गालियों के प्रकारों की बात करें तो यह मोटा-मोटी पांच प्रकारों में विभक्त की जा सकती हैं, जो कि इस प्रकार से हैं-
- * सगे-संबंधियों से यौन-संबंध को लेकर दी जाने वाली गालियां।
- * शरीर के अंग-विशेष को केंद्र बनाकर दी जानी वाली गालियां।
- * जानवरों एवं संख्याओं, फूलों, पेड़ों आदि को केंद्रित कर दी जाने वाली गालियां।
- * जाति अथवा नस्ल को केंद्र बनाकर दी जाने वाली गालियां।
- * लिंग को आधार बनाकर दी जाने वाली गालियां।
क्या गाली देना अपराध है? (Is to abuse someone a crime?)
दोस्तों, आपको बेशक यह सुनकर आश्चर्य हो लेकिन आपको बता दें कि गाली देना अपराध है (to abuse someone is a crime)। भारतीय दंड संहिता यानी इंडियन पीनल (Indian penal code) जिसे, संक्षेप में आईपीसी (IPC) भी कहा जाता है, की धारा 294 के अंतर्गत गाली देने को अपराध करार दिया गया है। इसके लिए कानून में सजा का भी प्रावधान किया गया है।
किसी को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है? (Which section is implemented in case of abuse?)
दोस्तों, अभी हमने आपको बताया कि गाली देना अपराध है। अब जान लेते हैं कि किसी को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है। आपको जानकारी दे दें कि यदि आपके सामने कभी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो और कोई आपको भरे बाजार में अथवा अकेले में अश्लील गालियां दे तो आप सीआरपीसी (CRPC) की धारा 154 के तहत संबंधित व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज करा सकते हैं। अश्लील गालियां देने के मामले में दोषी को तीन महीने तक की सजा हो सकती है।
अधिकांश गालियों के केंद्र में महिलाएं ही क्यों होती हैं? (Why the woman are in the centre of abuse?)
मित्रों, हमारे देश में स्त्री को घर की इज्जत का प्रतीक माना गया है। ऐसे में अधिकांश गालियों के केंद्र में महिलाओं को रखा गया है। ऐसा कब से हुआ है यह कुछ भी ठीक ठीक नहीं कहा जा सकता। अलबत्ता, उन पर केंद्रित गाली को किसी व्यक्ति की इज्जत को चोट पहुंचाने अथवा तार तार करने की कोशिश माना जाता है। एक पक्ष यह भी मानता है कि पूर्व में यूरोप (Europe) में धर्म को लेकर गालियां दी जाती थीं।
लेकिन रेनेसां यानी पुनर्जागरण के बाद के दौर में यह औरतों पर केंद्रित हो गईं, क्योंकि औरत इज्जत की प्रतीक बन चुकी थी। एशियाई देशों में पहले ही महिलाओं को दोयम दर्जे का नागरिक माना जाने लगा था। उन्हें पुरुषों की अपेक्षा कमजोर माना जाने लगा था। यह तो आप जानते ही हैं कि हर कोई कमतर या अपने से कमजोर को टारगेट करता है। ऐसे में अधिकांश गालियां महिलाओं को केंद्र में रखकर दी जाती थीं। तब से निरंतर यह क्रम चलता चला आ रहा है।
क्या दूसरों को गाली देने से व्यक्ति को कोई मानसिक लाभ भी होता है? (Is there any psychological benefit to the person who abuse others?)
अब आप कहेंगे यह क्या बात हुई? भला गाली देने से भी किसी व्यक्ति को कोई लाभ हो सकता है? जी हां दोस्तों, यह सच है। दूसरों को गाली देने से व्यक्ति को केवल नुकसान ही नहीं होता, बल्कि लाभ भी होता है। दरअसल, गाली एक जरिया है, जिससे मानव मन के भीतर जमा गुस्सा, हताशा एवं अवसाद फूटकर बाहर निकलता है। आप इसे यूं भी कह सकते हैं कि गालियां हमारे जीवन की सेफ्टी वाल्व (safety valve) होती है। जिस प्रकार यह प्रेशर कुकर में बनी भाप को बाहर निकाल देता है, उसी प्रकार गालियां मानवीय धैर्य के कुकर को विस्फोट होने से बचाती हैं।
आपको बता दें कि गाली व्यक्ति के शरीर में गुस्से के दौरान उत्पन्न होने वाले हानिकारक केमिकल (harmful chemical) को कम करता है। इसे अधिक मात्रा में बनने से भी रोकता है। यह आप जानते ही हैं कि जब भी हम पर कोई अत्याचार होता है अथवा हमारी किसी से लड़ाई होती है तो हमारे दिमाग पर मानसिक तनाव (mental tension) बढ़ता है, ऐसी स्थिति में हम गालियां देते हैं। जी भर कर गाली देने से हमारा मानसिक तनाव अपने आप कम होने लगता है।
भारत में शादी-ब्याह के मौकों पर गीतों में गालियां दिए जाने की परंपरा कहां रही है? (Where the tradition of abusing during marriage have prevailed?)
मित्रों, क्या आप जानते हैं कि भारत में गीतों में गालियां दिए जाने की भी परंपरा रही है। यदि नहीं जानते तो आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश-बिहार के अधिकांश इलाकों में शादी-ब्याह के मौकों पर गीतों में गालियां दिए जाने की परंपरा रही है। यहां तक कि जब तक बरातियों को पानी पी-पीकर न गरियाया जाता तो वे नाराज हो जाते थे। कई इलाकों में आज भी जीजा-फूफा के घर आने और खाने पर बैठने के दौरान गाली की परंपरा बदस्तूर जारी है। यह अलग बात है कि समय बदलने के साथ-साथ इस परंपरा सिकुड़ रही है यानी इसमें भी कमी देखने को मिल रही है।
गालियों पर मनोविज्ञान क्या कहता है? (What psychology says about abusing someone?)
मित्रों, जान लेते हैं कि गालियों पर विज्ञान क्या कहता है? मनोवैज्ञानिक रिचर्ड स्टीफेंस (Physhologist Richard Stevens) ने गालियों पर काफी गहराई से काम किया है। उनकी एक रिपोर्ट के अनुसार कोई भी व्यक्ति आम बोलचाल के लिए दिमाग के एक हिस्से का इस्तेमाल करता है। लेकिन गालियां देते वक्त उसका दूसरा हिस्सा सक्रिय होता है। ये हिस्सा पुराना है, जो विकास के क्रम में पीछे छूट गया। इसलिए कोई गंवार अथवा मंदबुद्धि व्यक्ति बोलने में भले ही कठिनाई महसूस करे, लेकिन मामला गाली पर आता है तो वह गालियां धाराप्रवाह दे लेता है।
इन दिनों कौन सी अंग्रेजी गालियां अधिक प्रचलित हैं? (Now a days which abusive words are in use these days?)
मित्रों, शिक्षा का स्तर (education standard) बढ़ने के साथ साथ ही हमारे देश में बात-चीत में अंग्रेजी का प्रयोग करने वाले बढ़े हैं। और इसी के साथ वे गालियों के लिए भी अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग धड़ल्ले से करते हैं। अब आपको बताते हैं कि आजकल कौन से अंग्रेजी गालियां अधिक प्रचलित हैं। ये प्रकार से हैं-
Asshole :
इस शब्द का इस्तेमाल व्यक्ति परेशान हालत में उसे परेशान करने एवं उकसाने वाले व्यक्ति के खिलाफ करता है।
Bastard :
जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे को मूर्ख, नालायक पुकारना चाहता है अथवा उसके ऊपर कोई प्रश्न चिह्न लगाना चाहता है तो वह इस एब्यूज का इस्तेमाल करता है।
Berk :
आम तौर पर यह शब्द बुद्धिहीन व्यक्तियों के लिए एवं ऐसे व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिसे किसी भी काम के लायक नही समझा जाता।
Bullock :
तुच्छ, निरर्थक एवं बकवास में उलझे रहने वाले व्यक्ति के लिए बहुधा इस अपशब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
Bugger :
जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को भद्दा, डरावना, एवं काम भावना से ओत-प्रोत बताना चाहता है तो वह इस शब्द का इस्तेमाल करता है।
Cad :
जब कोई व्यक्ति किसी के साथ चालूपना दिखाता है अथवा कोई ऐसी तुच्छ हरकत करता है, जिसकी उससे उम्मीद ना हो तो उसके लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
Cack :
जब कोई व्यक्ति किसी को बहुत अधिक अपमानित करना चाहता है अथवा उसे गंदा, भद्दा, बेढंगा, बेहूदा अथवा उद्दंड पुकारना चाहता है तो इस शब्द का इस्तेमाल करता है।
Coder :
किसी अत्यधिक क्रोधी, तुनकमिजाज, अशिष्ट अथवा चिड़चिड़े व्यक्ति के लिए बहुधा इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
Cunt :
यदि किसी व्यक्ति मूर्खता पूर्ण असहनीय हरकत करता है अथवा स्त्री के जनन अंगों को लेकर गलत भावना रखता है अथवा कोई गलत हरकत करता है उसके लिए इस अपशब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
Dickhead :
जब कोई व्यक्ति मूर्खता पूर्ण असहनीय हरक़त करे एवं उसे सही तथा गलत की भी समझ न हो तो उसे इस विशेषण से बुलाया जाता है।
Duffer :
इस शब्द का अर्थ भी मूर्ख से ही होता है, जिसे कुछ नहीं आता-जाता। इस शब्द का इस्तेमाल बहुतायत में देखने को मिलता है। कई बार व्यक्ति किसी से हंसी मजाक में भी इस शब्द का इस्तेमाल कर लेता है।
Nutter :
यदि कोई व्यक्ति जो पागलों जैसा असामाजिक व्यवहार अथवा असामान्य हरकत करे तो उसके लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
Rotter :
किसी ऐसे व्यक्ति के लिए, जिसे आप अपना शत्रु समझते हैं और उस पर गालियों की बौछार करना चाहते हैं तो उसके लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
Tosser :
आम तौर पर नीची सोच वाले घृणित व्यक्ति को दुत्कारने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
Wanker :
यदि कोई व्यक्ति बेहद घिनौना, तिरस्कार योग्य है अथवा केवल नफरत किए जाने लायक है तो उसे wanker पुकारा जाता है।
भारत में बातचीत के दौरान कौन सी गाली सर्वाधिक प्रचलित है? (Which abusive word is in most use during talks these days?)
दोस्तों, अब बात कर लेते हैं उस अपशब्द की, जिसका इस्तेमाल हम भारत वाले आपसी बातचीत में सबसे अधिक करते हैं। तो आपको बता दें कि एक रिसर्च के अनुसार भारत में बातचीत के दौरान सर्वाधिक इस्तेमाल किए जाने वाला अपशब्द साला है। इसके अतिरिक्त सामान्य बातचीत में इस्तेमाल किए जाने वाले अपशब्दों की एक बड़ी लड़ी है।
गाली क्या होती है?
गली से तात्पर्य ऐसे अपशब्दों अथवा दुर्वचनों से है, जिनका इस्तेमाल कोई व्यक्ति दूसरों को नीचा दिखाने के लिए करता है।
क्या गाली देना अपराध है?
जी हां आईपीसी की धारा 294 के तहत गाली देने को अपराध करार दिया गया है।
किसी को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है?
किसी को गाली देने पर उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 154 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है।
अश्लील गालियों में कितनी सजा हो सकती है?
अश्लील गालियां में दोषी को 3 माह तक की सजा हो सकती है।
गालियों के कितने प्रकार होते हैं?
मूल रूप से गालियों को 5 भागों में विभक्त किया गया है।
इन दिनों अंग्रेजी की कौन सी गालियां अधिक प्रचलित हैं?
इन गालियों के बारे में हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से जानकारी दी है। आप वहां से देख सकते हैं।
भारत में बातचीत के दौरान कौन सी गाली सर्वाधिक प्रचलित है?
भारत में बातचीत के दौरान साला सर्वाधिक प्रचलित अपशब्द है.
क्या गालियां देना लाभदायक भी है?
जी हां गाली देना लाभदायक भी है, क्योंकि यही वह जरिया है, जिससे व्यक्ति के मन का अवसाद, निराशा एवं तनाव फूट कर बाहर निकलता है।
साथियों, हमने आपको इस पोस्ट (post) में जानकारी दी कि किसी को गाली देने पर कौन सी धारा लगती है? उम्मीद करते हैं कि अब आप गाली-गलौज को हल्के में लेने की ग़लती नहीं करेंगे। इस पोस्ट अपनी कोई भी प्रतिक्रिया आप हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके दें सकते हैं। ।। धन्यवाद।
MAA KI GALI
गाली देने पर आईपीसी की धारा 294 लगती है.